चाइनीज फोन सस्ता क्यों होता है?
आपने अक्सर देखा और सुना होगा कि चाइना का फोन सस्ता होता है , लेकिन
चाइनीज फोन सस्ता होने की वजह क्या है ?
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि हमलोग चाइनीज मतलब डुप्लीकेट समझते है, ऐसा नहीं है ।
जो चाइना में बना है उसे चाइनीज कहा जाना चाहिए।
टेक्निकल(क्वालिटी + परफॉर्मेस) और फाइनेंशियल को देखा जाए तो चाइनीज ठीक है क्यूंकि ये सस्ता तो होता ही है साथ साथ थोड़ी क्वालिटी और फीचर भी देता है ।
लेकिन जब बात आती है सुरक्षा की तो चाइनीज फोन में सिक्योरिटी हमेशा एक प्रोब्लेम रहती है और रहेगी भी जैसा वहां के देश का कानून बना है इसके ऊपर।
आप बात करते है चीन में बना फोन इतना सस्ता कैसे?
इसका सिर्फ एक वजह नहीं है ।
बहुत से लोग लेबर (मजदूरी/बनाने वाला इंजिनियर से मजदूर तक) कॉस्ट (मूल्य) वजह बताएंगे पर यह सिर्फ एक वजह है।
वैसे तो भारत में भी लेबर कॉस्ट कम है फिर भी हम इतना सस्ता नहीं बना पाते है क्यूंकि और भी चीजें है जो अपने पास ,वैसा नहीं है।
स्किल ( हुनर अपने यहां है पर इतना अनुभव हमें ना तो स्कूल - कॉलेज में मिलता है और ना ही हमें विरासत में मिला) हमारे लिए एक बहुत पड़ा फैक्टर है।
दूसरा यहां के कंपनी में क्षमता नहीं है , एक दूसरे से कॉम्पटीशन तो ठीक है लेकिन मेल नहीं है।
अगर मेल रहेगा तो सब मिलकर इक्कट्ठे कोई चीज खरीदेंगे जिस से सस्ता पड़ेगा।
मान लीजिए कि कैमरा और snapdragon का प्रोसेसर खरीदना है , तो लवा या माइक्रोमैक्स कितना पीस खरीदेगी ?
वहीं अगर सभी कंपनी मिलकर खरीदे तो ?
सस्ता पड़ेगा ना ?